
संसद में सुरक्षा और विदेश नीति पर चर्चा कराए सरकार: कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछे तीखे सवाल"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 32 देशों में भेजे गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार से देश की सुरक्षा और विदेश नीति पर संसद में चर्चा कराने की मांग की है। कांग्रेस ने सवाल किया है कि क्या सरकार आगामी मानसून सत्र में इन गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अब स्वयं इन प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से संवाद किया है, तो क्या वह विपक्ष को भी विश्वास में लेंगे? उन्होंने पूछा कि क्या पीएम मोदी चीन और पाकिस्तान के संबंध में भारत की आगे की रणनीति पर विपक्षी दलों को अवगत कराएंगे।
रमेश ने पूछा कि क्या सरकार पहलगाम आतंकी हमले और विदेश नीति की वर्तमान चुनौतियों पर संसद में खुलकर चर्चा कराएगी? साथ ही, उन्होंने यह जानना चाहा कि क्या प्रधानमंत्री आतंकियों को न्याय के कठघरे तक पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे?
इसके अतिरिक्त, जयराम रमेश ने मांग की कि कारगिल समीक्षा समिति की तर्ज पर एक विशेषज्ञ समिति गठित की जाए, जो ऑपरेशन सिंदूर और भारत की सामरिक क्षमताओं का विश्लेषण करे। उन्होंने कहा कि इस समिति की रिपोर्ट संशोधित रूप में संसद में प्रस्तुत की जाए, जैसा कि फरवरी 2000 में कारगिल समीक्षा रिपोर्ट के साथ किया गया था।
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने विपक्ष के विशेष सत्र बुलाने की मांग को खारिज कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को नजरअंदाज किया है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विषयों पर राजनीति से ऊपर उठकर सर्वदलीय चर्चा आवश्यक है।